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अपहरण की सूचना पर पहुंचे पुलिसकर्मियों को ग्रामीणों ने अपराधी समझ पीटा, 18 राउंड फायरिंग, 4 जवान घायल

कुणाल शेखर APP न्यूज ब्यूरो रिपोर्ट, भागलपुर
 अपहरण की सूचना पर पहुंचे पुलिसकर्मियों को ग्रामीणों ने अपराधी समझ पीटा, 18 राउंड फायरिंग, 4 जवान घायल

भागलपुर जिले के पीरपैंती थाना क्षेत्र के लकड़ाकोल गांव में शुक्रवार की रात एक गंभीर हिंसा देखने को मिली जब अपहरण की सूचना पर कहलगांव थाने से छापेमारी को गई पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने हमला बोल दिया। सिविल ड्रेस और निजी वाहन से पहुंचे पुलिसकर्मियों को ग्रामीणों ने अपराधी समझ लिया। इस भयावह हमले में 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिनमें सब इंस्पेक्टर दुबे देवगुरु की हालत नाजुक बताई जा रही है।

फायरिंग, पथराव और जानलेवा हमला

प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, सिविल ड्रेस में पहुंचे पुलिस दल ने जैसे ही गांव में एक युवक को रोकने की कोशिश की, ग्रामीणों को संदेह हुआ और फायरिंग शुरू हो गई। बताया जाता है कि पुलिस की ओर से करीब 9 राउंड फायरिंग की गई, जबकि ग्रामीणों की ओर से भी फायरिंग और पथराव किया गया। इसी दौरान भीड़ ने पुलिस को चारों तरफ से घेर लिया। सब इंस्पेक्टर देवगुरु को पकड़कर भीड़ ने बेरहमी से पीटा, जिससे उनके सिर में गंभीर चोट आई और उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया है। अन्य घायल पुलिसकर्मियों को भी एनटीपीसी और मायागंज अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया।

डीएसपी के सामने भी हमला, पुलिस को छोड़ने पड़े जूते-चप्पल

घटना की सूचना मिलते ही कहलगांव थाना, एनटीपीसी थाना और डीएसपी कल्याण आनंद की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन ग्रामीणों के गुस्से का शिकार उन्हें भी होना पड़ा। पुलिसकर्मियों को अपनी जान बचाने के लिए जूते-चप्पल तक छोड़कर भागना पड़ा। यह हमला प्रशासनिक अमले के लिए चौंकाने वाला और शर्मनाक कहा जा सकता है।

हाईवा चोरी के पुराने विवाद ने चिंगारी दी

सूत्रों के अनुसार, इस पूरी घटना की जड़ में चार साल पुराना हाईवा चोरी का मामला है। पीड़ित राजेश यादव, जो लकड़ाकोल के ही निवासी हैं, ने एक पुराने आरोपी विजय भगत को पहचान कर पकड़ लिया और गांव में पंचायत बिठाई। विजय ने अपने परिजनों को फोन कर खुद के अपहरण की सूचना पुलिस को दे दी, जिसके बाद कहलगांव थाने की टीम मौके पर पहुंची। ग्रामीणों का कहना है कि जब पुलिस आई तो न वर्दी थी, न सरकारी गाड़ी, और अचानक फायरिंग ने सभी को भ्रम में डाल दिया कि कोई अपराधी गैंग हमला करने आया है।

जांच शुरू, हमलावरों की पहचान जारी

वर्तमान में पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। हमले में शामिल अज्ञात ग्रामीणों की पहचान की जा रही है और कड़ी कानूनी कार्रवाई की तैयारी है। यह घटना पुलिस और आम लोगों के बीच विश्वास की खाई को उजागर करती है, साथ ही गुप्त छापेमारी या अभियान में सिविल ड्रेस के इस्तेमाल को लेकर भी नई बहस खड़ी करती है।



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