सुबोध सिंह APP न्यूज क्राईम रिपोर्टर ,बांका बिहार
मतदाता सुची के विशेष पुर्नरीक्षण के विरोध में महागठबंधन के नेताओ ने निकाला केडिंल मार्च
शंभूगंज में महागठबंधन के कार्यकर्ताओं ने मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण के खिलाफ मंगलवार की शाम में कैंडल मार्च निकाल कर विरोध प्रकट किया। जिसमें भाकपा माले नेता रणवीर कुशवाहा, राजद नेता विपिन यादव ,पूर्व जिला परिषद सदस्या रीता देवी, जिला राजद नेता विपिन यादव, प्रखंड राजद अध्यक्ष यादव शैलेश कुमार यदुवंशी समेत दर्जनों से नेता और सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इस दौरान प्रखंड भाजपा माले अध्यक्ष रणवीर कुशवाहा ने कहा कि यह चुनाव आयोग का आदेश गरीबों दलितों और पिछड़ों को लोकतंत्र से बाहर करने की साजिश है।
हर मतदाता 10 वर्ष पुराने रिकॉर्ड वाले दस्तावेज खोजने को विवस है। मतदाता सूची पुर्नरीक्षण कार्यक्रम के खिलाफ निकाली गई विरोध मार्च में शामिल प्रखंड राजद अध्यक्ष यादव शैलेश कुमार यदुवंशी ने कहा कि यह गरीबों के साथ साजिश और अन्याय हो रहा है। जिसे वे लोग कभी नही होने देगें। इस दौरान शंभूगंज प्रखंड मुख्यालय स्थित गांधी जी के समीप से निकले गए कैंडल मार्च शंभूगंज बाजार होते हुए पुन: प्रखंड मुख्यालय गेट के समीप आकर संपर्क समाप्त हुआ। जहां शंभूगंज बाजार में जमकर नारेबाजी की।
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि बिहार में चुनाव आयोग का तानाशाही आदेश मतदाताओं को लोकतंत्र से बाहर करने की साजिश है। यह लोकतंत्र नहीं, वोटर मिटाने की स्कीम है। गरीबों दलितों मुसलमान और पिछड़ो को वोटर लिस्ट से हटाने की साजिश के खिलाफ हमारी लड़ाई और संघर्ष से जारी रहेगा। राजद नेता विपिन यादव ने कहा कि आजादी के बाद से आज तक किसी भी मतदाताओं से उसकी नागरिकता साबित करने के लिए दस्तावेज नहीं मांगे गए। अब हर मतदाता 10 वर्ष पुराने रिकॉर्ड वाले दस्तावेज खोजने पर मजबूर है।
यह आदेश लागू करने में पूर्व में किसी भी राजनीतिक दल से सलाह मशवरा नहीं लिया गया। उन्होंने इसकी कड़ी आलोचना करते हुए चुनाव आयोग से इसे वापस लेने की मांग की। वही सभा को संबोधित करने वालों में प्रखंड कांग्रेस के नेता विभूति सिंह, प्रखंड अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह,डॉ घनश्याम शर्मा, पूर्व जिला परिषद सदस्य रीता देवी , नंदलाल तांती, रणवीर यादव, शंभू यादव, रोहित यादव,पंकज दास ,नीतीश कुनार सहित कई नेता व महागठबंधन के सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थे।
जहां विरोध मार्च के बाद 9 जुलाई को बिहार बंद रखने को लेकर स्थानीय दुकानदारो से समर्थन देने की दुकानदारों से मांग की।