प्रीतम सुमन APP न्यूज रिपोर्टर ,अमरपुर बांका
मिट्टी का जर्जर घर गिरने से दबकर मां-बेटा गंभीर रूप से जख्मी, रेफर
सरकार भले ही हर गरीबों को आवास योजना का लाभ देने का दावा करती हो लेकिन अमरपुर नगर पंचायत क्षेत्र में ही सरकार के उन दावों की पोल खुल गई। अमरपुर नगर पंचायत के एक मिट्टी के जर्जर घर का दिवाल गिरने से दो लोग दब गया। आज अगर उन्हें आवास योजना का लाभ मिला रहता तो शायद यह दृश्य और घटना देखने को नहीं मिलता।
नगर पंचायत अमरपुर के वार्ड संख्या 09 अंतर्गत तांती टोला में रविवार की दोपहर एक दर्दनाक हादसे में मिट्टी का पुराना जर्जर घर का दीवार गिरने से मां-बेटा बुरी तरह जख्मी हो गए। हादसे के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए दीवार के मलबे से दोनों को बाहर निकाला और आनन-फानन में रेफरल अस्पताल पहुंचाया।घायल महिला अशोक तांती की पत्नी सुनैना देवी तथा उनका सात वर्षीय पुत्र नमन कुमार की स्थिति गंभीर होने पर रेफरल अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए मायागंज, भागलपुर रेफर कर दिया गया।
जानकारी के मुताबिक, इलाज कर रहे चिकित्सक डॉ. अमित कुमार शर्मा ने बताया कि सुनैना देवी का एक हाथ फ्रैक्चर हो गया है जबकि उनके बेटे नमन के चेहरे पर गहरी चोटें आई हैं।घायल सुनैना देवी ने बताया कि घटना के वक्त वह अपने बेटे के साथ घर में थी, तभी अचानक पुरानी मिट्टी की दीवार भरभरा कर गिर गई और दोनों उसके नीचे दब गए।इस हादसे ने नगर पंचायत की कथित हर घर पक्का आवास योजना की पोल खोलकर रख दी है।
आज भी कई गरीब और जरूरतमंद परिवार इस योजना से वंचित हैं, जबकि जिन्हें योजना का लाभ मिलता है, उन्हें भी बिचौलियों को मोटी रकम चुकानी पड़ती है। लाभुकों के लिए पक्का मकान बनवाना किसी सपने से कम नहीं रह गया है।घटना के संबंध में मोहल्लेवासियों ने बताया कि जख्मी महिला के पति अशोक तांती तीन भाइयों में सबसे बड़े हैं। वह मेहनत-मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं और वर्षों से फूस के पुराने मकान में ही रह रहे हैं।
उनकी मां के नाम से आवास योजना की स्वीकृति मिली थी, लेकिन उस पर उनके छोटे भाइयों ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया। अशोक को अब तक योजना का कोई लाभ नहीं मिला।स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर अशोक तांती को समय रहते आवास योजना का लाभ मिल गया होता, तो शायद यह हादसा टल सकता था।