13 सूत्री मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ताओं ने दिया सांकेतिक धरना प्रदर्शन
बिहार राज्य आशा एवं आशा फेसिलेटर संघ के राज्य कमिटी के निर्णयानुसार अमरपुर आशा संघर्ष समिती के बैनर तले प्रखंड के आशा एवं आशा फेसिलेटर के द्वारा शनिवार को रेफरल अस्पताल परिसर में 13 सुत्री मांगो को लेकर एक दिवसीय धरना कार्यक्रम का आयोजन किया। मौके पर मांगो के समर्थन में आशा कार्यकर्ताओं तथा फेसिलेटर ने बिहार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। धरना कार्यक्रम के दौरान आशा संघर्ष समिती के प्रखंड अध्यक्ष वंदना कुमारी,उपाध्यक्ष उषा कुमारी,मंत्री सुमन देवी,कोषाध्यक्ष पिंकी देवी आदी कार्यकर्ताओं ने बताया कि राज्य के ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा की बुनियाद के रूप में आशा कार्यकर्ता एवं आशा फेसिलेटर सेवा देती आ रही है।
सरकार की योजनाओं में बढ़-चढ़कर लेती है भाग
जिसके कारण संस्थागत प्रसव,जच्चा -बच्चा ,मृत्यु दर ,टीकाकरण समेत सरकार के द्वारा निर्धारित स्वास्थ्य संबंधी अन्य कार्यक्रमों की उपलब्धि राष्ट्रीय स्तर के समकक्ष पहुंच चुका है। राष्ट्रीय स्तर पर राज्य स्वास्थ्य समिती को कई पुरस्कार भी मिले हैं और हाल ही में टीकाकरण मामले में बिहार को प्रथम स्थान मिला है।जिसमें आशा कार्यकर्ताओं की अहम भुमिका है।आशा कार्यकर्ता अपने मुद्दे को लेकर समय -समय पर आंदोलन कर सरकार को ज्ञापन सौंपकर मांगो की पुर्ति के लिए गुहार लगाई गई।
मांग पूरी नहीं होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की दी धमकी
आशा संयुक्त संघर्ष समिती के बैनर तले 12 जुलाई 2023 से कार्यकर्ताओं द्वारा अनिश्चित कालीन हड़ताल किया गया था जिसका समापन 12 अगस्त 2023 को बिहार के उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तथा राज्य स्वास्थ्य समिती के तत्कालीन कार्यपालक निर्देशक समेत अन्य पदाधिकारियों के उपस्थिती में समझौता कर किया गया। जिसमे राज्य निधि से पारितोषिक राशी एक हजार से बढ़ाकर 25 सौ देने तथा पारितौषिक शब्द को बदलकर मानदेय किये जाने पर सहमति बनी थी। लेकिन वर्षो बीत जाने के बाद भी यह समझौता लागू नही की गई।
भाव्या काड बनाने से आशा को मुक्त कराने की मांग
मौके पर आशा कार्यकर्ताओ ने राज्य स्वास्थ्य समिती तथा बिहार सरकार के नाम से आठवीं पास आशा कार्यकर्ताओ से आयुष्मान कार्ड बनाने तथा भाव्या कार्ड अपलोड करने के कठिन कार्य को निरस्त करने,अविलंब सरकार के साथ हुए समझौते को लागू करने,आंगनबाड़ी की तरह आशा कार्यकर्ताओं को 65 वर्ष की उम्र में सेवानिवृत करने ,कोरोना काल में आशा कार्यकर्ता तथा आशा फेसिलेटर के द्वारा किये गये कार्यो के बदले दस हजार कोरोना भत्ता का भुगतान करने समेत 13 सुत्री मांगो का एक ज्ञापन चिकित्सा प्रभारी को सौंपा। इस अवसर पर आशा कार्यकर्ता रीना कुमारी,शांति देवी,अंजू कुमारी,ममता कुमारी,शशिकला देवी,सोनी देवी,स्वाति देवी,रूबी कुमारी,गौरी देवी,रबीना खातून,रसीदा खातुन,संयुक्ता देवी समेत सैकड़ो की संख्या में आशा कार्यकर्ता व आशा फैसिलेटर मौजूद थे।