कुमार सुबोध सिंह, डेस्क रिपोर्ट बांका (बिहार),
शंभूगंज थाना क्षेत्र के कानाबांध में दोहरे हत्याकांड की घटना के सप्ताह दिन से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी पुलिस अभी तक अंधेरे में तीर चला रही है। हालांकि पुलिस अब अपराधियों तक पहुंचाने के लिए टेक्निकल जांच शुरू कर दिया है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही अपराधी पुलिस गिरफ्त में होंगे। हालाकि दोहरे हत्याकांड की घटना की गुत्थी को सुलझाना पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नही है। बता दे कि शंभूगंज थाना क्षेत्र के अरजी करसोप गांव के 70 वर्षीय अनिरुद्ध यादव और उसकी पत्नी 65 वर्षीय चौरसिया देवी जो कि दोनों दिव्यांग था, और गांव से करीब 700 मीटर दूर बहियार में कानाबांध में झोपड़ी बनाकर पिछले एक दशक से रह रहा था।
पिछले दस वर्षो से कानाबांध में रह रहा था वृद्ध दिव्यांग दंम्पति
जहां ना तो बिजली की व्यवस्था थी और ना ही पानी की व्यवस्था थी। जहां वृद्ध दिव्यांग दंपति अनिरुद्ध यादव और उसकी पत्नी चौरसिया देवी किसी तरह अपना खेती कर साल भर जीवन यापन कर रहे थे। उन्हें ना तो पुत्र था और ना ही पुत्री थी। इस कारण उसके जमीन पर अपराधियों की नजर लग गई थी। इसी बीच सप्ताह दिन पूर्व अपराधियों ने दिव्यांग वृद्ध दंपति अनिरुद्ध यादव और उसकी पत्नी चौरसिया देवी को धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दिया। इतना ही नहीं हत्या करने के बाद खाना बनाने के लिए चूल्हे पर चढ़ाई गर्म पानी को भी मृत शरीर पर उढ़ेल दिया था। जिससे अनुरोध यादव का शरीर भी जल गया था। इस घटना के बाद पुलिस सूचना पर पहुंची और अपराधियों तक पहुंचाने के लिए डॉग स्क्वाड का सहारा लिया। किंतु बहियार में पानी रहने के कारण डॉग स्क्वाड भी अपराधियों तक नहीं पहुंच सके। इसके बाद शंभूगंज थाना के पुलिस पदाधिकारी अब टेक्निकल जांच के सहारे अपराधियों तक पहुंचाने की तैयारी शुरू कर दिए हैं। इसको लेकर पुलिस घटनास्थल का कॉल ड्रंम आदि निकालने का कार्य शुरू कर दिए हैं।
क्या कह रहे थानाध्यक्ष कुमारी सिया भारती
शंभूगंज के अराजी करसोप गांव में हुए दोहरे हत्याकांड की घटना का जल्द उद्वेदन कर दिया जाएगा। जिसकी जांच करने में पुलिस तत्परता के साथ जुटी हुई है। और जल्द ही इस हत्याकांड की घटना को अंजाम देने वाला अपराधी सलाखों के पीछे होंगे।