सुबोध सिंह APP न्यूज क्राईम रिपोर्टर बांका (बिहार);
जीवन प्रमाणीकरण कराने आए एक पेंशनधारी गर्मी से हुई मुर्छित
बांका जिले के शंभूगंज प्रखंड क्षेत्र के 19 पंचायत के सामाजिक सुरक्षा पेंशन धारी को जीवन प्रमाणीकरण करना किसी चुनौती से कम नहीं है। जहां शंभूगंज प्रखंड मुख्यालय में जीवन प्रमाणीकरण कराने को लेकर खोलेंगे आरटीपीएस काउंटर के बाहर अव्यवस्था से सामाजिक सुरक्षा पेंशन धारी परेशान है।
मंगलवार को भी जीवन प्रमाणीकरण कराने आए भरतशिला पंचायत के वृद्ध पेंशनधारी सुरेश यादव काउंटर पर अव्यवस्था और उमेश भरी गर्मी के कारण मूर्छित होकर गिर पड़े। इसके बाद आनन फानन में मौजूद लोगों ने उन्हें प्रखंड कार्यालय के अंदर पंख के नीचे टेबल पर लेटाया और फिर सामान्य होने पर उनके परिजनों को सूचना देकर घर भेजा।आरटीपीएस काउंटर के बाहर भीड़ के बीच वृद्ध पेंशनधारी के मूर्छित होकर गिरने से वहां अफरा तफरी मच गई। शंभूगंज प्रखंड मुख्यालय स्थित आरटीपीएस काउंटर पर जीवन प्रमाणीकरण की अव्यवस्था को देखकर हर दिन 500 से भी ज्यादा लोग बगैर जीवन प्रमाणीकरण कारण अपनी जान की सुरक्षा की चिंता कर वापस लौट रहे हैं। खासकर दिव्यांग जनों के लिए आरटीपीएस काउंटर पर कोई भी व्यवस्था नहीं है। जिसके कारण दुर दराज से जैसे तैसे व्यवस्था कर प्रखंड आने वाले दिव्यांगजन आरटीपीएस काउंटर पर व्यवस्था को देखकर अपनी जान की सुरक्षा की चिंता कर वापस लौट जा रहे हैं।
शंभूगंज प्रखंड क्षेत्र के पेंशनधारी विजय सिंह ,संतोष सिंह, प्रहलाद सिंह ,सुरेश मंडल, कामेश्वर मंडल आदि ने बताया कि जिस उम्र में लोगों को घर में सुरक्षित तरीके से रहना चाहिए उसे उम्र में सरकार के द्वारा उन्हें प्रखंड मुख्यालय बुलाया जा रहा है। ऐसे में बीमार वृद्ध और दिव्यांग लोगों को काफी परेशानियां हो रही है। ऐसे में सरकार को चाहिए कि सामाजिक सुरक्षा पेंशनधारियों के जीवन प्रमाणीकरण कराने की व्यवस्था में बदलाव करें। उन्होंने कहा कि अगर यह स्थिति रही तो चाहे पेंशन की राशि बंद क्यों ना हो जाए।
लेकिन वह लोग अव्यवस्था के बीच जीवन प्रमाणीकरण करने के लिए आरटीपीएस काउंटर पर नहीं जाएंगे। वृद्ध जनों का कहना है कि टीकाकरण करने के लिए कर्मियों को घर-घर पर भेजा जाता है मतदाता सूची बनाने के लिए कर्मियों को घर-घर पर भेजा जाता है सर्वे करने के लिए कर्मियों को घर-घर भेजा जाता है किंतु वृद्ध जनों की पेंशन योजना को लेकर उन्हें सरकार के द्वारा जीवन प्रमाणीकरण कराने के नाम पर परेशान किया जाता है। सरकार की यह कैसी व्यवस्था है।
क्या कहते है बीडीओ
शंभूगंज प्रखंड क्षेत्र के वैसे लोग ही आरटीपीएस काउंटर पर आकर जीवन पर प्रमाणीकरण कराएं जिनका पेंशन योजना की राशि 5 - 6 माह से बंद है। अन्यथा जिनका पेंशन योजना की राशि चालू है उन्हें जीवन प्रमाणीकरण की कोई जरूरत नहीं है।