प्रिंस APP न्यूज ब्यूरो रिपोर्ट बांका (बिहार);
सांवरिया सरकार की रथयात्रा में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब
भगवान मधुसूदन शुक्रवार को रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण पर निकले। प्रजा का हाल जानने के लिए निकली इस रथयात्रा में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए। भक्तों ने रथ खींचकर सुखमय जीवन की कामना की। भीषण गर्मी भी श्रद्धा के आगे फीकी पड़ गई। रथयात्रा में बांका जिले के अलावा झारखंड के कई हिस्सों से भी श्रद्धालु पहुंचे।
करीब 300 साल पुरानी परंपरा के तहत हर साल आषाढ़ शुक्ल द्वितीया को यह रथयात्रा निकाली जाती है। मान्यता है कि जो भक्त भगवान के रथ को खींचता है, भगवान उसके जीवन रूपी रथ को भी सुखमय बना देते हैं। रथयात्रा के दौरान भोली बाबा आश्रम की संकीर्तन मंडली ढोल-नगाड़ों के साथ आगे-आगे चल रही थी। चारों ओर भगवान मधुसूदन के जयकारे गूंजते रहे। पूरा माहौल भक्तिमय बना रहा।इस बार भी बाजारवासी भगवान के दर्शन से वंचित रह गए।
पिछले तीन वर्षों से रेलवे क्रॉसिंग के कारण रथ यात्रा बाजार तक नहीं पहुंच पा रही है। मंदारहिल-दुमका रेलखंड पर बने रेलवे फाटक और विद्युतीकरण के चलते 25 हजार वोल्ट के तारों की वजह से रथ को जैन मंदिर मोड़ से ही वापस मंदिर की ओर मोड़ दिया गया। इस बार भी रेलवे और स्थानीय प्रशासन ने कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की।
किसानों के लिए भी यह रथयात्रा विशेष महत्व रखती है। मान्यता है कि भगवान मधुसूदन से आशीर्वाद लेकर किसान बेहतर फसल की कामना करते हैं। रथयात्रा के बाद ही अधिकतर किसान बिछड़ा डालते हैं। बौंसी और बांका के साथ-साथ झारखंड से भी किसान भगवान के दर्शन को पहुंचे। कई श्रद्धालु तो पेड़ों पर चढ़कर भगवान के दर्शन करते नजर आए।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। मौके पर बीडीओ अमित कुमार, बौंसी एसडीपीओ अर्चना कुमारी, बौंसी थाना अध्यक्ष सुधीर कुमार, बंधुआ कुरावा थाना अध्यक्ष अनिरुद्ध कुमार, बाराहाट थाना अध्यक्ष दीपक पासवान सहित पुलिस बल तैनात रहा।