प्रिंस APP न्यूज वरीय संवाददाता बांका (बिहार);
समुखियामोड़ में कांग्रेस नेताओं ने महात्मा गांधी के कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्षता की मनाई शताब्दी समारोह
सार्वजनिक कॉलेज समुखिया मोड़ स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास जिला कांग्रेस कमिटी के द्वारा गुरुवार की दोपहर करीब दो बजे महात्मा गांधी के कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्षता का शताब्दी समारोह मनाया गया। इस दौरान उपस्थित कांग्रेस नेताओं महात्मा गांधी के प्रतिमा पर माल्यर्पण कर उन्हे नमन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कांग्रेस जिलाध्यक्ष कंचना कुमारी सिंह ने किया। इस मौके पर उपस्थित कांग्रेस नेताओं ने अपने- अपने विचार को रखा। कांग्रेस जिलाध्यक्ष कंचना कुमारी सिंह ने कहा कि गांधी की प्रासंगिकता इस दौर में और अधिक हो गई है।
जिला प्रशासन द्वारा स्थापित गांधी की लाठी लिए हुए पूर्ण प्रतिमा शस्त्र की जगह शास्त्र के रास्ते पर सदैव चलायमान रहने की प्रेरणा
विनम्रता एवं कृतज्ञता ही किसी संस्कृति को सनातन बनती है और वह हमारे देश भारत को सर्वभाव समभाव, सहिष्णुता, सहअस्तित्व की नीति के कारण ही परिवर्तनशील एवं विकासशील बनाए रखती है। बिना किसी भय और द्वेष के व बिना किसी समर्थन के आकांक्षा की उचित निर्णय को लेने के साहस ने ही मोहनदास करमचंद गांधी को महात्मा गांधी और राष्ट्रपिता बापू बनाया। 1924 में एकमात्र बेलगाम कांग्रेस सत्र की उन्होंने अध्यक्षता की और कांग्रेस को एक नई दिशा और संगठन को समझने में एक बहुत बड़ी भूमिका निभाई। इसके बाद गांधी ने कांग्रेस की नीति को जन आकांक्षाओं और जन भावना के अनुरूप निर्धारित किया, नेतृत्व किया और विशाल जन आंदोलन को नेतृत्व में संचालित किया।
कार्यक्रम में दर्जनों से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने लिया भाग
1924 के बेलगाम सेशन में गांधी की अध्यक्षता के 26 दिसंबर 2024 को 100 साल पूरा हुआ और आज बांका जिला कांग्रेस कमिटी ने नुक्कड़ सभा के द्वारा शताब्दी समारोह का आयोजन पूरी कृतज्ञता अर्पित करते हुए की । कांग्रेस पुनः विश्वास करती है यह देश गौतम बुद्ध, अंबेडकर , नेहरू, मौलाना आजाद, भगत सिंह और गांधी जैसे महान व्यक्तियों के समर्पण से आज यहां खड़ा है। कांग्रेस सत्य-अहिंसा, गंगा-जमुना तहजीब, सर्व-समभाव और पंक्ति में आखिरी व्यक्ति के आंसू को पोंछने का संकल्प लेकर चल रही है। जिलाध्यक्ष ने गांधी की भूमिका में गोरेलाल गोप और अंग्रेज की भूमिका में मनीष घोष,बलराम यादव तथा गांधीवाद के प्रतीक सच्चिदानंद साह बने। मौके पर इंदु देवी,सुबोध मिश्र,कैलाश शाह, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजिव रंजन और वरिष्ठ कांग्रेसी महेश्वरी यादव को विशेष धन्यवाद दिया गया।