प्रीतम सुमन APP न्यूज रिपोर्टर ,अमरपुर बांका
हथिया बांध के टूटे तटबंध की मरम्मत युद्धस्तर पर जारी ,किसानों की फसल बचाने की हो रही जद्दोजहद
बांका जिले के अमरपुर प्रखंड के कोल बुजुर्ग पंचायत अंतर्गत कापरीचक गांव के समीप हथिया बांध का टूटा हुआ तटबंध अब किसानों के लिए गंभीर चिंता का कारण बन चुका है। पिछले तीन दिनों से लगातार जारी मुसलाधार बारिश ने इस क्षेत्र में तबाही का आलम खड़ा कर दिया है। बारिश के चलते हथिया बांध का एक बड़ा हिस्सा तेज जलप्रवाह के दबाव में आकर बह गया, जिससे आसपास के खेतों में पानी तेजी से भरने लगा और धान की बिचड़ा फसल पर संकट मंडराने लगा।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सिंचाई विभाग हरकत में आया और कनिय अभियंता विमल कुमार के नेतृत्व में तटबंध की मरम्मत का कार्य युद्धस्तर पर प्रारंभ किया गया। मजदूरों की एक टीम बालू भरे बोरों की मदद से टूटे तटबंध को बंद करने के लिए दिन-रात जुटी हुई है। खेतों में पानी न पहुंचे और फसलों को अधिक नुकसान न हो, इसके लिए स्थानीय ग्रामीणों और मजदूरों के सहयोग से भरसक प्रयास किया जा रहा है।ज्ञात हो कि यह बांध वर्ष 1963 में सिंचाई विभाग द्वारा जैठौर स्थित चांदन नदी की घोघा बियर से लेकर बिलासी नदी तक निर्मित किया गया था, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में खेतों की सिंचाई सुनिश्चित करना था।
लेकिन समय-समय पर मरम्मत व देखरेख के अभाव में यह बांध कमजोर होता चला गया। इस वर्ष लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से बांध में जलस्तर अत्यधिक बढ़ गया और अंततः एक हिस्सा टूट गया।कनिय अभियंता विमल कुमार ने बताया कि प्रारंभ में पानी का दबाव बहुत अधिक था, जिससे मजदूरों को कार्य में काफी कठिनाई हो रही थी। लेकिन अब जलस्तर में गिरावट आई है, जिससे मरम्मत कार्य में तेजी आई है।
उम्मीद जताई जा रही है कि अगले 24 से 48 घंटे में बांध की मरम्मत पूरी कर ली जाएगी और जलप्रवाह को नियंत्रित कर लिया जाएगा।इस आपदा से बचाव के लिए स्थानीय प्रशासन एवं ग्रामीणों का सहयोग सराहनीय रहा है। किसानों को अब राहत की उम्मीद है कि यदि मरम्मत कार्य समय पर पूरा हो गया तो उनकी मेहनत से तैयार फसल बचाई जा सकेगी।